बुधवार, 1 फ़रवरी 2012

शान्तिवादी प्रवचन

19 वीं सदी में स्पेनिश कलाकार फ्रांसिस्को गोया लुसिएंतेस की नक्काशियाँ युद्ध की निरर्थकता का संदेश फैलाने में मदद करती हैं.
सौजन्य से: इंस्टिट्यूटो  सर्वंतेस, नई दिल्ली
"एस्त्रगोस डे ला गुएर्रा: युद्धस्थल पर मानव और पशुओं दोनों के शवों का ढेर लगा है. गोया की नक्काशियाँ वास्तविकता के बहुत करीब हैं.
असंख्य युद्धों और उसके द्वारा मानवता के ऊपर बरपाई गयी तबाही दुनिया के किसी भी ऐतिहासिक वृत्तांत में प्रमुख स्थान रखती हैं. जबकि एक तरफ युद्धों ने बड़े साम्राज्यों के स्वार्थों  को आगे बढ़ाने में मदद की, तो  दूसरी तरफ उसने लोगों को अकथनीय दुख पहुँचाया.
एक तरफ युद्ध क्षेत्रों में लोग भूख से मर गये या